Electric Car : कुछ साल में बेटरी से चलने वाली गाड़ियाँ उन लोगो तक जल्दी पहुचं होगी , जो अभी दाम कम होने के चलते पेट्रोल – डीजल वाहन इतेमाल करते है | ईवी की कीमत आम वाहनों के मुकाबले कम होनी में सिर्फ 3 साल ही लेंगेगे | अमेरिकी रिसर्च फर्म का मानना है की 2007 तक अगली पीढ़ी ईवी की ओसत कीमते पेट्रोल – डीजल से चलने वाले वाहनों की तुलना में कम हो जाएगी | इस सेक्टर में इनोवेशन तेजी से बढ़ रहा है और नई टेक्नोलोजी ईजाद किया जा रहे है | इसमें बैट्री की इम्त और ईवी की बनावट लागत तेजी से घट रही है |
अनुमान से ज्यादा घटी लागत

गार्टनर के वोइस प्रेसिडेंट कहते है की जैसे -जैसे ईवी कंपनिया प्रोडक्ट्स डिजाईन के साथ -साथ बनावटी तरीके गिगाकस्एतिंग जैसे एडवांस इनोवेशन बढ़ रहे है इससे आगामी सालो में ईवी की प्रोडक्शन लागत , बेट्री की लागत के मुकाबले तेजी से घटेगी | ईवी की बनवाती लागत से पहले पेट्रोलियम गाडियों की लागत के बराबर आ जाएगी |
2027 तक 20 % ईवी कंपनिया बंद होगी
गार्टनर का ये भी मानना है की आने वाले कई सालो बाद 20% कंपनिया बाज़ार में रहेगी नही सिर्फ वही कंपनिया रुकेगी जिनके प्रोडक्ट अच्छे होंगे | इस समय में बहुत साडी कंपनिया बाजार में उतरी रही है और कई ईवी कार्स और टू व्हीकल निकल रही है | उनका कहना ये है की जिस कंपनी के प्रोडक्ट्स में दम होगा वही कंपनी बाज़ार में रुक सकेगी |
ईवी 30% तक महंगी , लेकिन इन्हें चलाने का खर्च अभी 6 गुना कम

भारत में ईवी चलाना अब भी काफी किफायती है | अभी भी इलेक्ट्रिक करी के दाम समान मॉडल की पेट्रोल करो के मुकाबले 20 -30% ज्यादा है | ये फर्क भी साल डॉ साल कम हो रहा है | अभी पेट्रोल करो की रनिंग कोस्ट जहा 7 -8 रूपी प्रति किलोमीटर है वही इलेक्ट्रिक करे चलाने लागत सिर्फ 1 -1.5 रूपये प्रति किलोमीटर है |
दोपहिया वाहन खरीदना हुआ और भी सस्ता ई-दोपहिया 22% तक सस्ते हुए E-two-wheelers cheaper by 22%